Blog : आलोचना का भी करें प्रबंधन

चाणक्य ने कहा है "मूर्ख कभी प्रिय नहीं बोलता और स्पष्ट वक्ता कभी धूर्त नहीं होता। आलोचक के आक्षेप तुम्हारे प्रतिकूल नहीं होते।"

Tuesday, August 13, 2013

चंद रुपए के लिए लाशों संग शर्मनाक सलूक, देखें पुलिस का बेशर्म चेहरा!

शव जिसे हिन्दू धर्म में शिव की संज्ञा दी गयी, इस्लाम में पवित्र माना गया है। वर्दी पहन कर कानून का पालन करने और करवाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा देने की कसम खाने वाले पुलिस कर्मी अब इतने बेशर्म हो गए है कि लाशो के दाह संस्कार का भी रुपया हजम कर जा रहे है। उत्तर प्रदेश के पुलिस का एक और बेशर्म चेहरा उस समय सामने आया जब एक लावारिस लाश को ठिकाने लगाने के लिए बड़ी ही बेहरमी से पत्थर बांधकर गंगा में डूबो दिया गया। पुलिस वालों ने सबसे पहले...

किश्तवाड़ में हिंसा ?

ये हकीकत कोई मिडिया नही दिखायेगी क्योकि हिन्दू जो मर रहा हैं! अभी तक जिसे एक दुर्घटना के रूप में चित्रित किया जा रहा है वो और कुछ नहीं बल्कि किश्तवाड़ के हिन्दुओ पर एक सुनियोजित हमला है. जिसमे हिन्दुओ को पीटा गया और उन पर बिना किसी वजह से बेबुनियाद आरोप तक लगाये गए! भारतीय कुत्तों, वापस जाओ पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हुए अचानक ही पूरी भीड़ कुलदीप चौक की तरफ भागी और पुरे बाजार में आग लगाना शुरू कर दिया और वहां रह रहे स्थानीय वासियों...