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Wednesday, February 20, 2013

बंगाल में मुस्लिम धार्मिक नेता की हत्या के बाद हिंसा, हिन्दूओं के 200 घर आग के हवाले

पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के नालीखली गांव में एक धार्मिक नेता की गुंडों द्वारा हत्या के बाद वहां पर हिंसा भड़क गई है। नेता की मौत से गुस्साई भीड़ ने 200 घरों को आग के हवाले कर दिया। हमलावरों ने कई गांवों में लूट-खसोट भी की। इनका आरोप है कि पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया।

चौंकाने वाली बात यह है कि हमलावरों का एक गुट कोलकाता से ट्रक में भरकर आया हुआ था। खुफिया एजेंसियों ने इसकी पुष्टि की है। नालीखली गांव जिले के केनिंग सबडिविजन में पड़ता है। यहां पर स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है और ऐसी आशंका जताई जा रही है कि हिंसा जिले के अन्य हिस्सों में भी फैल सकती है। हालांकि प्रशासन ने किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए उपाय किए हैं।

नालीखली गांव के एक निवासी के मुताबिक, 60 साल के एक धार्मिक नेता जामतला गांव में किसी समारोह में गए हुए थे। सोमवार रात जब वह मोटरसाइकल पर लौट रहे थे, तभी गुंडों के एक दल ने उन पर गोली चला दी और उनकी मौत हो गई। इस घटना में मोटरसाइकल चालक घायल हो गया। यह घायल शख्स किसी भी तरह एक सुरक्षित जगह पर पहुंचा और अपने संबंधियों व दोस्तों से संपर्क स्थापित किया। इसके बाद अफवाहों का बाजार गर्म हो गया और हवा में यह बात तैरने लगी कि धार्मिक नेता की हत्या नालीखली गांव के किसी शख्स ने ही की है। इसके बाद लोग घटनास्थल पर जमा होने लगे। शुरू में पुलिस ने इस समस्या को हलके में लिया और लोगों को हटाने के लिए एक जूनियर ऑफिसर और दो कॉन्स्टेबल को भेजा। देखते-देखते भीड़ उग्र हो गई और हिंसा पर उतारू हो गई। लोगों ने सड़क जाम कर दिया और रेलवे ट्रैक को बाधित कर दिया। फिर क्या था भीड़ ने गांव के 200 घरों को आग के हवाले कर दिया और कई घरों को लूट लिया।

इस बाबत विश्वजीत सरदार कहते हैं, 'हजारों हमलावरों ने सुबह के 10 बजे हमारे घरों पर हमला कर दिया। चौंकानेवाली बात यह है कि पुलिस वहां खड़ा होकर मुंह ताक रही थी।' हमलावरों ने विश्वजीत के दो मंजिले घर को जला दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि ज्यादातर हमलावर बाहर के थे। उनके हाथों में बम थे। वे हमारे घरों पर पेट्रोल झिड़क रहे थे और आग लगा दे रहे थे। गांव के संतन अधिकारी का कहना है कि जिन लोगों ने उनका विरोध किया, उनकी हमलावरों ने जमकर पिटाई की। हमलावर 3 घंटे तक लोगों का घर जलाते रहे और पुलिस कुछ नहीं कर पा रही थी।

नालीखली गांव के लोगों का कहना है कि उन्हें धार्मिक नेता की मौत के बारे में कोई सुराग मालूम नहीं है। इस बाबत शक्तिपद अधिकारी कहते हैं, 'सुबह की बेला थी, जब पुलिस गांव में आई तो हमें इस बारे में पता चला।'

बाद में स्थिति बिगड़ जाने के बाद जिला प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाई और एसपी और डीआईजी समेत कई अधिकारी गांव में पहुंचे। गांव में सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है और जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती, सुरक्षाबलों को हटाया नहीं जाएगा। पुलिस का कहना है कि सबसे चौंकानेवाली बात यह है कि इस घटना में बाहरी लोगों का हाथ है। डीआईजी ने कहा है कि बहुत से दंगाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर मर्डर और दंगा फैलाने का केस दर्ज कर लिया गया है।