ये हकीकत कोई मिडिया नही दिखायेगी क्योकि हिन्दू जो मर रहा हैं! अभी तक जिसे एक दुर्घटना के रूप में चित्रित किया जा रहा है वो और कुछ नहीं बल्कि किश्तवाड़ के हिन्दुओ पर एक सुनियोजित हमला है. जिसमे हिन्दुओ को पीटा गया और उन पर बिना किसी वजह से बेबुनियाद आरोप तक लगाये गए! भारतीय कुत्तों, वापस जाओ पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हुए अचानक ही पूरी भीड़ कुलदीप चौक की तरफ भागी और पुरे बाजार में आग लगाना शुरू कर दिया और वहां रह रहे स्थानीय वासियों पर पत्थर भी फेके गए एवं कुछ नवयुको पर AK47 से भी गोलिया चलायी गयी! CRPF की एक पूरी कंपनी इस चौक पर मौजूद थी, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया क्योकि उपर से दस घंटे तक उत्पात मचाने की पूरी छूट का ईद का तोहफा था और CRPF के जवान सिर्फ मूक दर्शक बनकर देखते रहे। और जहा तक JKP और JKAP / IRP का सवाल है तो वे खुले तौर पर मुस्लिम भीड़ का समर्थन कर रहे थे! DYSP फारूक कैसर एसडीपीओ किश्तवाड़, डी वाई. सपा मुश्ताक अहमद, एसआई नईम माटो और उनके PSOs माट्टा द्वारा खुलेआम कलदीप चौक पर हिंदूओ के उपर AK47 और पिस्तौल द्वारा गोलियां चलाईं जो उनके गांवों में मुसलमानों के प्रवेश को रोकने के लिए कोशिश कर रहे थे. डिप्टी SP फारुक केसर से कुछ 10 फिट की दूरी पर खड़े एक आतंकवादी द्वारा भी गोलिया चल जा रही थी और बजाये उससे हथियार छिनने के उन्होंने खुद माट्टा ने हिन्दुओ पर गोलिया चलना शुरू कर दिया! गृह राज्य मंत्री सज्जाद अहमद किचलू द्वारा खुले तौर पर मुस्लिमो को समर्थन किया गया एवं सभी पुलिस की गतिविधियों को सीमित कर हमलावर भीड़ को उकसाया. किश्तवाड़ - डोडा के डीआईजी रामबन रेंज अशखूर वानी श्री राज्यमंत्री एक परिवीक्षाधीन के रूप में सही किश्तवाड़ में उनकी नियुक्ति से कड़वा संबंध है जिनके साथ पुलिस श्री सुनील गुप्ता की एक सक्षम वरिष्ठ अधीक्षक को प्रतिबंधित करने के कारणवश किश्तवाड़ में बुलाया गया था. भीड़ में मुस्लिमो द्वारा AK47 तक का प्रयोग किया गया! जिससे यह समझने में देर नही लगती कि यह नरसंहार पूर्व प्रायोजित था! सज्जाद अहमद किचलू के खुद के परिवार के सदस्यों द्वारा भी फायरिंग की गयी! सज्जाद अहमद किचलू. उप सपा फारूक कैसर, उप. सपा डार मुश्ताक अहमद और एसआई नईम माटो ने खुले तौर पर हिन्दुओ के घरों और दुकानो और डाक बंगला, शहीदी सड़क और अमर बाजार में अन्य सभी संस्थाओं के रूप में हिंदू संपत्ति को नुकसान पहुचाने में मुस्लिम भीड़ का समर्थन किया! मुख्यमंत्री अमर अब्दुल्ला ने किश्तवाडा में किसी भी मिडिया एवं अन्य दलों के नेताओ के वहां जाने पर प्रतिबन्ध तक लगा दिया हैं !!! सेना सुबह मौका ए वारदात पर पहुंच गयी थी मगर उसे कोई आदेश नही दिया गया जिसके फलस्वरूप किश्तवाड़ में ईद पर हिन्दुओ के खून से होली लिखी गयी और AK47 जैसे खतरनाक हथियारो से दिवाली मनाई गयी! कल नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली को भी वहाँ नही जाने दिया और एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया गया! किश्तवाड़ को पूरी तरह से जम्मू कश्मीर पुलिस के हवाले किया गया हैं जो मुस्लिम समर्थक और हिन्दू विरोधी हैं! सेना की इसमें कोई मदद नही ली गयी, बस नाम के लिए ईद की शाम को कुछ जगह पर तैनात किया गया !!! यह सच आप किने लोगो को बता पाते हैं, अब यह आप पर निर्भर हैं !!! सभी तथ्य सत्य हैं और जम्मू के उधमपुर से मित्र मनोज अग्रवाल जी ने उपलब्ध करवाए हैं!
Tuesday, August 13, 2013
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